पाणी पीवा री राजस्थानी रीत – पाणी वंचावा री मीत

(मेवाड़ी भाषा में जल बचत पर एक लेख)

आजकल हम लोग ग्लासों  को मुँह से लगा कर पानी पीते हैं जबकि पहले  ग्लास को बिना झूठा किये पानी पीने का रिवाज़ रहा है। मेवाड़ी भाषा के इस लेख में यह  अनुमान निकाला गया है कि यदि पाँच लाख की आबादी के किसी शहर के आधे लोग ग्लास को झूठा किये बिना ऊँचे से पानी पीने का संकल्प करें तो प्रतिवर्ष अनुमानत:11 करोड़ लिटर पानी की  बरबादी रुक सकती है। यदि सभी लोग ऐसा करने लगें तो कितना पानी बच सकता है यह विचारणीय है। पूरा लेख नीचे प्रस्तुत है।

राजस्थान में पाणी ऊँचा ऊँ पीवा री पुराणी रीत हे जणी में गिलास एंठवाड़ो न्हीं व्हे अर अणी करताँ एक इज गिलास ऊँ करताई जणाँ पाणी पी सके। या रीत अबे घटती जाइ री हे और गिलास एंठवाड़ो करीने पाणी पीवा री रीत वदी री हे। पेली बैठक में छः जणाँ बैठा वेता तो एक गिलास अने लारे लोठ्या या रामझारा में पाणी लावता न एक एक जणा ने पावता जाता। जो जतरो पाणी पीतो वतरोइज खरच वेतो न एक इज गिलास  माँजणों पड़तो। अबे छः जणा बेठ्या व्हे तो एक ट्रे में आँपी छः गिलास पाणी भरी न लई जावाँ। आगलो मनख को तो आदो गिलास पीवे अने को तो एक दो घूँट इज पीवे। कोई कीज पूरो गिलास पीवे। तो वच्यो थको हँगरो पाणी एंठो वेवा रे खातर ढोळणों पडे़ न एक री जगाँ छः गिलास माँजणा पड़े।

एक गिलास में अंदाजन 200 मिलीलीटर पाणी आवे। अबे मानाँ के छः म्हूँ दो जणा तो पूरो गिलास पाणी पीदो, दो आदो अने दो खाली मुँडा रे अटकायो न एक दो घूँट ईज पीदो तो छः गिलास रो 1200 मिलीलीटर म्हूँ अंदाजन 700 मिलीलिटर तो काम आयो न 500 मिलीलिटर ढोलणों पड्यो। एक गिलास धोवा माँजवा में कम ऊँ कम 150 मिलीलिटर पाणी छावे तो एक रे बदले छः गिलास माँजवा धोवा में 750 मिलीलिटर पाणी बेकार ग्यो। यानी के छः जणाँ एक दाण गिलास एंठवाड़ो करी ने पाणी पीवे तो 1250 मिलीलीटर पाणी बेकार व्हे तो अंदाजन एक जणां री बरबादी 200 मिलीलिटर (1/5 लिटर) व्हे। तो मतलब यो निकले के खाली एक शैर उदेपुर रा इज 5 लाख मूँ आदा यानि 2.5 लाख जणाँ एक दन में अंदाजन छः दाण गिलास एंठवाड़ो करीन पाणी पीवे तो 15 लाख दाण री बरबादी 3 लाख लीटर व्हे। अणी आधार पे बारा मइनाँ रा 365 दन में पाणी री कुल बरबादी 1095 लाख लिटर या लगभग 11 करोड़ लिटर री व्हे।

आजकालाँ पीवा वास्ते तरै तरै रा फिल्टर काम में आवे और दन दन बोतल बंद पाणी या आर ओ रो पाणी पीवा री रीत बदी री हे। अशा पाणी ने तैयार करवा में तीन भाग पाणी तो बेकार निकले न एक भाग पाणी पीवा काबिल निकले। अणा 11 करोड़ लिटर म्हूँ बोतल बंद या आर ओ रो पाणी एक करोड़ लिटर भी व्हे तो तीन करोड़ लिटर पाणी अप्रत्यक्ष रूप ऊँ और बेकार जावे।

अणी देखता पाणी हँजोवा री जुगत खातर घर घर में और ऑफ़िसाँ में एक इज गिलास काम में लेता थका ऊँचा ऊँ पाणी पीवा री राजस्थानी रीत ने बढ़ावो देणों जमाना री माँग हे।

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