इस पटल का नामकरण भारत के प्राचीन व पवित्र ग्रंथ गीता के प्रथम अध्याय के सोलहवें श्लोक के आधार पर किया गया है जिसमें महाभारत युद्ध के उद्घोष स्वरूप पांडवों द्वारा बजाए गए शंखों के नामों का उल्लेख है। पांच पाण्डवों में से चौथे, नकुल द्वारा बजाए गए शंख का नाम ‘’सुघोष’’ था जिससे इस पटल का नामकरण किया गया है।